डोमिनेशन का मतलब क्या होता है?
डोमिनेशन का मतलब क्या होता है?
उदाहरण : इस संसार में सभी लोग प्रभुता को मरे जा रहे हैं पर प्रभु के लिये किसी के मन में जगह नहीं है। उदाहरण : इसके अलावा, यह संसदीय प्रभुत्व तथा न्यायिक सर्वोच्चता के सिद्धांतों के बीच एक मध्य मार्ग प्रस्तुत करता है. उदाहरण : वर्चस्व की लड़ाई . उदाहरण : एक विदेशी सत्ता द्वारा शासन प्रशासन की तुलना में शोषण अधिक है।
डोमिनेंट को हिंदी में क्या बोलते हैं?
dominance – हिन्दी में अर्थ विज्ञापन-मुक्त अनुभव और भी बहुत कुछ।
प्रकृति पर हावी होने का क्या अर्थ है?
(dɒmɪneɪtɪŋ ) विशेषण [आमतौर पर विशेषण संज्ञा] एक हावी व्यक्ति का व्यक्तित्व बहुत मजबूत होता है और वह अपने आसपास के लोगों को प्रभावित करता है ।
राजनीति में प्रभुत्व का क्या अर्थ है?
एक प्रमुख-पार्टी प्रणाली, या एक-पार्टी प्रमुख प्रणाली, एक राजनीतिक घटना है जिसमें एक ही राजनीतिक दल लगातार विपक्षी समूहों या पार्टियों को चलाने पर चुनाव परिणामों पर हावी रहता है।
हावी के लिए संज्ञा क्या है?
प्रभुत्व एक क्रिया है, प्रमुख एक विशेषण है, प्रभुत्व एक संज्ञा है: उस देश ने अपने पड़ोसियों पर हावी होने की कोशिश की।
प्रभुत्वशाली शक्ति का अर्थ क्या है?
विशेषण। कोई व्यक्ति या कोई चीज जो प्रमुख है वह अन्य लोगों या चीजों की तुलना में अधिक शक्तिशाली, सफल, प्रभावशाली या ध्यान देने योग्य है ।
मूल प्रकृति क्या है?
स्त्री० [कर्म० स०] संसार की बीज-शक्ति या वह आदिम सत्ता, जिसका परिणाम तथा विकास यह सारी सृष्टि है। आद्या शक्ति।
प्रकृति से हमें क्या प्राप्त होता है?
प्रकृति के अन्दर वायु, पानी, मिट्टी, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, नदियाँ, सरोवर, झरने, समुद्र, जंगल, पहाड़, खनिज आदि और न जाने कितने प्राकृतिक संसाधन आते हैं। इन सभी से हमें साँस लेने के लिए शुद्ध हवा, पीने के लिए पानी, भोजन आदि जो जीवन के लिए नितान्त आवश्यक हैं उपलब्ध होते हैं। प्रकृति से हमें जीवन जीने की उमंग मिलती है।
हम प्रकृति के क्या है?
प्रकृति का मूल अर्थ यह ब्रह्माण्ड है। इस ब्रह्माण्ड के एक छोटे से, टुकड़े के रूप में, इस पृथ्वी का अस्तित्व है, जिस पृथ्वी पर मनुष्य का जन्म हुआ है। इस पृथ्वी के बगैर मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है, इसलिए मनुष्य का पहला कर्तव्य होता है, इस धरती की रक्षा करना, जबकि मानव सबसे अधिक दोहन इसी पृथ्वी का करते हैं।
नियोजित विकास की राजनीति क्या है?
🔹 नियोजन का आशय है उपलब्ध संसाधनों के श्रेष्ठतम प्रयोग के लिए भविष्य की योजना बनाना । नियोजन के माध्यम से उत्पादन में वृद्धि , रोजगार के अवसरों में वृद्धि और आर्थिक स्थिरता आदि लक्ष्यों को प्राप्त किया जाता है ।
भाववाचक संज्ञा का उदाहरण क्या है?
या -जिस संज्ञा शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे – मिठास, खटास, धर्म, थकावट, जवानी, मोटापा, मित्रता, सुन्दरता, बचपन, परायापन, अपनापन, बुढ़ापा, प्यास, भूख, मानवता, मुस्कुराहट, नीचता, क्रोध, चढाई, उचाई, चोरी आदि.
सफलता संज्ञा का कौन सा भेद है?
यहाँ पर सफलता शब्द से किसी भाव, अवस्था, गुण, दोष, दशा आदि का पता चल रहा है, अतः सफलता शब्द भाववाचक संज्ञा है।
स्व का भाववाचक संज्ञा क्या है?
Bhav Vachak Sangya in Hindi: इस आर्टिकल हम आपके साथ भाववाचक संज्ञा के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे।…सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना
अहं | अहंकार |
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स्व | स्वत्व |
पराया | परायापन |
मम | ममत्व/ममता |
सर्व | सर्वस्व |
अभिधा लक्षणा और व्यंजना क्या है?
[नोट- जहाँ अभिधा तथा लक्षणा शब्द शक्ति केवल अर्थ पर आधारित होते हैं वहीं व्यंजना शब्द और अर्थ दोनों पर आधारित होता है । जब तक अभिधा-लक्षणा अपना काम करके विरत नहीं हो जाते, व्यंजना का काम आरंभ ही नहीं होता।] उदाहरण- सुबह के 8 बज गये। यह वाक्य साधारण है लेकिन इसका प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न अर्थ है।
घुड़सवारी के काम आता है वाक्य में कौन सी शब्द शक्ति है?
जैसे कि उदाहरण सर समझे तो “घोड़ा सवारी के काम आता है” इस वाक्य में अविद्या शब्द शक्ति उपस्थित है।
शब्द शक्तियों की दृष्टि से शब्द और अर्थ में कौन सा संबंध होता है?
शब्द का अर्थ बोध कराने वाली शक्ति ही शब्दशक्ति कहलाती है। यह शब्द, शब्द और शक्ति के समन्वय से बना है अर्थात शब्दशक्ति का समास विग्रह करने पर इसका तात्पर्य शब्द की शक्ति बताने से होता है।