विद्रोही का अर्थ था?

विद्रोही का अर्थ था?

विद्रोही एक विशेषण है जो किसी ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो नियमों का विरोध या अवहेलना करता है । इस तरह से कार्य करने वाले को विद्रोही कहा जा सकता है। हालाँकि, विद्रोही शब्द का इस्तेमाल सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे क्रांतिकारी को संदर्भित करने के लिए भी किया जा सकता है।

विद्रोह की क्रिया क्या है?

विद्रोही क्रिया का अर्थ है विद्रोह में शामिल होना। एक संज्ञा के रूप में, विद्रोही एक क्रांतिकारी या ऐसे व्यक्ति को संदर्भित कर सकता है जो अवज्ञाकारी या अवज्ञाकारी है। ऐसे उद्दंड व्यक्ति को विद्रोही कहा जा सकता है, और संज्ञा विद्रोहीपन ऐसे व्यवहार को संदर्भित करता है।

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विद्रोही की बच्चों की परिभाषा 1: विद्रोही विद्रोही सैनिकों में भाग लेना । 2: विद्रोही किशोरी के खिलाफ लड़ना या अधिकार का पालन करने से इनकार करना। विद्रोही से दूसरे शब्द।

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विद्रोही क्या चाहते थे?

विद्रोही भारत से ब्रिटिश शासन सत्ता को उखाड़ फेंकना चाहते थे। विभिन्न सामाजिक समूह एक सामान्य उद्देश्य से संघर्ष में भाग ले रहे थे और वह सामान्य उद्देश्य था-‘ भारत से ब्रिटिश शासन सत्ता को उखाड़ फेंकना।

विद्रोह का विलोम शब्द क्या है?

विद्रोह का विलोम -समर्थन . पक्ष ,अनुमोदन।

कोल विद्रोह के नायक कौन थे?

कोल जाति के लोगों के इस विद्रोह का नेतृत्व बुधू भगत, जोआ भगत ने किया।

संथाल विद्रोह के नेता कौन है?

यह अंग्रेजों के विरुद्ध प्रथम सशस्त्र जनसंग्राम था। जावरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी, भाइयों ने नेतृत्व किया था शाम टुडू (परगना) के मार्गदर्शन में किया। 1793 में लॉर्ड कार्नवालिस द्वारा आरम्भ किए गए स्थाई बन्दोबस्त के कारण जनता के ऊपर बढ़े हुए अत्याचार इस विद्रोह का एक प्रमुख कारण था।

विद्रोह का नेता कौन है?

संथाल (हूल) विद्रोह के नेता कौन थे? Notes: संथाल या हूल विद्रोह 1955 में हुआ था। यह चार भाइयों सिद्धू, कान्हू, चाँद और भैरव के नेतृत्व में हुआ।

युवा लोगों में विद्रोह आम क्यों है?

इसकी एक वजह यह थी कि वे सरकारी फ़ौजों का रास्ता रोकना चाहते थे । दूसरी वजह यह थी कि पुलों और सड़कों को ब्रिटिश शासन का प्रतीक माना जाता था। उन्होंने दिल्ली में विद्रोह करने वाले सिपाहियों को रसद पहुँचाई और ब्रिटिश हेडक्वार्टर व मेरठ के बीच तमाम सरकारी संचार बंद कर दिया।

1857 विद्रोह के क्या कारण थे?

1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण था जब ‘एनफील्ड’ राइफल पेश की गई थी। इससे सैनिकों में आक्रोश था। इससे पहले सैनिकों को अपनी राइफलों के साथ गन पाउडर और गोलियां लेकर चलना पड़ता था। जैसा कि एक अफवाह थी कि कारतूस सुअर और गाय की चर्बी से सना हुआ था।

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18 सो 57 में क्या हुआ था?

9 मई को मेरठ विद्रोह 1857 के संग्राम की शुरुआत का प्रतीक था। मेरठ में भारतीय सिपाहियों ने ब्रिटिश अधिकारियों की हत्या कर दी और जेल को तोड़ दिया। 10 मई को वे दिल्ली के लिए आगे बढ़े। 11 मई को मेरठ के क्रांतिकारी सैनिकों ने दिल्ली पहुंचकर, 12 मई को दिल्ली पर अधिकार कर लिया।

कोल विद्रोह का अंत कैसे हुआ?

कोल विद्रोह का निष्कर्ष कोल विद्रोह की समाप्ति के बाद ब्रिटिश सरकार को कोल जनजाति के सुधार के लिए मजबूर होना पड़ा और कोलों की स्थिति को सुधारने के लिए सरकारी कदम उठाने पड़े। ब्रिटिश सरकार ने 1833 में बंगाल अधिनियम पारित किया गया। जिसके तहत छोटा नागपुर क्षेत्र को विनियमन (कर) मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया गया.

खोंड विद्रोह कब हुआ था?

खोण्ड विद्रोह की शुरुआत 1837 ई. में हुई थी। खोण्डों का विस्तार तमिलनाडु से लेकर बंगाल एवं मध्य भारत के पहाड़ी क्षेत्रों तक था। इन्होंने 1837 ई.

रामोसी विद्रोह कब हुआ था?

रामोसी विद्रोह अकाल और भूख की समस्या के चलते प्रारम्भ हुआ था। पश्चिमी घाट में रहने वाले ‘रामोसी जाति’ के लोगों ने 1822 ई. में अपने नेता सरदार ‘चित्तर सिंह’ के नेतृत्व में यह विद्रोह किया। रामोसियों ने सतारा के आस-पास के क्षेत्रों को लूटा और क़िलों पर भी आक्रमण कर दिया।

संथाल विद्रोह का प्रतीक क्या है?

इस विद्रोह का मूल कारण अंग्रेजों के द्वारा जमीदारी व्यवस्था तथा साहूकारों एवं महाजनों के द्वारा शोषण एवं अत्याचार था. इस विद्रोह का नेतृत्व सिद्धू, कान्हू, चांद और भैरव में किया था. संथालों के हितों की रक्षा का ख्याल रखते थे. वे गांव के लोगों से लगान वसूलते थे तथा उसे एक साथ राजकोष में जमा करते थे.

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संथाल विद्रोह कहाँ हुआ था?

विद्रोह भूमिकर अधिकारियों द्वारा किये जाने वाले दुर्व्यवहार तथा ज़मींदार, साहूकार आदि द्वारा किये जाने वाले अत्याचार के ख़िलाफ़ किया गया था। संथाल विद्रोह आर्थिक कारणों से बिहार और उड़ीसा के वीरभूम, सिंहभूम, बांकुड़ा, मुंगेर, हज़ारीबाग़ और भागलपुर के ज़िले में हुआ था।

श्रद्धालुओं ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह क्यों किया?

संथाल अपनी दुर्दशा के लिए ब्रिटिश प्रशासन को उत्तरदायीं समझते थे। अतः वे ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह करके अपने लिए एक ऐसे आदर्श संसार का निर्माण करना चाहते थे जहाँ उनका अपना शासन हो। इन सब कारणों ने संथालों को ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह करने के लिए तैयार कर दिया।

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