हिंदी में स्वर्गीय कैसे लिखते हैं?
हिंदी में स्वर्गीय कैसे लिखते हैं?
1. स्वर्ग संबंधी । स्वर्ग का ।
लेट का मतलब क्या होता है?
[क्रि. वि.] – नियत समय के बाद; देर से।
क्या लेट एक संज्ञा हो सकती है?
विलंबता संज्ञा क्या आप घंटे की विलंबता का एहसास करते हैं? स्वर्गीय। क्रिया विशेषण। बाद में; नवीनतम।
लेट की स्पेलिंग क्या है?
उदाहरण : लेटा हुआ या शयित. Usage : Lying down or reclining.
नाम के आगे स्वर्गीय कैसे लिखा जाता है?
नाम के आगे श्री (पुरुष के लिए) और श्रीमती (स्त्री के लिए) इसलिए लगाया जाता है क्योंकि हम उन्हें इज़्ज़त और तमीज दे रहे हैं। इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल अक्सर खुद से बड़े और ऊंचे पदों के लोगो के लिए किया करते हैं जिन्हे हम इज़्ज़त व तमीज से पुकारते हैं।
स्वर्गीय शॉर्ट में कैसे लिखें?
जिसका निधन हो चुका हो; जो अब जीवित न हो; मृत 2. दिव्य; अलौकिक 3. स्वर्ग का; स्वर्ग संबंधी।
लेट का प्रयोग कैसे किया जाता है?
Let – “इन वाक्यों में Subject काम को करता नहीं बल्कि करने देता है।” अगर मैं कहूँ राम मुझे खेलने देता है। यहाँ पर राम Subject है पर वो खेलने का काम खुद नहीं कर रहा बल्कि मुझे करने दे रहा है।
स्वर्गीय को इंग्लिश में क्या लिखा जाता है?
Celestial is used to describe things connected with heaven or the sky.
इच्छा में कौन सी संज्ञा है?
भाववाचक संज्ञा दो प्रकार की होती हैं। जैसे-सुख, दुःख, इच्छा, आशा, काम, क्रोध, मद, लोभ, ईर्ष्या, घणा, दया, करूणा, प्रेम, सुगन्ध इत्यादि ।
क्या भाववाचक संज्ञा गणनीय हो सकती हैं?
C. जिस व्यक्ति , वस्तु , पदार्थ आदि की गणना की जा सकती है। उसकी सांख्या ज्ञात की जा सकती है वह शब्द गणनीय sangya कहलायेगा।
संज्ञा की पहचान कैसे करें?
संज्ञा की परिभाषा:- किसी व्यक्ति ( प्राणी ) वस्तु , स्थान , अथवा भाव आदि के नाम को संज्ञा कहते है। जैसे – श्याम , दिल्ली , आम , मिठास, गाय आदि। श्याम खाना खा रहा है = श्याम व्यक्ति का नाम है। अमरुद में मिठास है = अमरूद फल का नाम है।
मरे हुए आदमी के नाम के आगे क्या लगता है?
कि ये रास्ता वहां जाता है इसीलिए मरे हुए आदमी के आगे स्वर्गीय लगाया जाता है कि फला व्यक्ति स्वर्ग की ओर अग्रसर होगया है वह कौन से स्टॉपेज पर रुकेगा ये किसी को नहीं पता इसलिए स्वर्गीय लगाया गया कि स्वर्ग की ओर गमन कर गए।
क्या स्वर्ग के आगे श्री लगता है?
क्योंकि भारतीय संस्कृति और परंपरा के मुताबिक जीवित व्यक्ति के नाम के आगे श्री लगाया जाता है। जबकि परलोक सिधार गए व्यक्ति के आगे स्वर्गीय लगाने का चलन है।
लेट का प्रयोग कब करते हैं?
उस लड़की को सवाल करने दो – Let that girl ask a question. उन्हें यहाँ यहाँ आने दो – Let them come here. उसके भाई को यह जॉब करने दो – Let his brother do this job. मुझे डिनर कर लेने दो – Let me take dinner.
लेट गुरु क्या है?
गुरु जी मक्का पहुंचे तो वह थक गए थे और वहां पर हाजियों के लिए एक आरामगाह बनी हुई थी तो गुरु जी मक्का की तरफ पैर करके लेट गए. हाजियों की सेवा करने वाला खातिम जिसका नाम जियोन था वह यह देखकर बहुत गुस्सा हुआ और गुरु जी से बोला- क्या तुमको दिखता नहीं है कि तुम मक्का मदीना की तरफ पैर करके लेटे हो.