माइग्रेशन का पुश फैक्टर क्या है?

Contents hide

माइग्रेशन का पुश फैक्टर क्या है?

१. पुश फैक्टर [ धक्का कारक ]: यह कारक मनुष्य को अपने देश से प्रवास करने के लिए मजबूर करता है। २. पुल्ल फैक्टर [ खींचने का कारक]: अपने देश के आलावा दूसरे देश की ओर अकर्षित होना।

प्रवास कितने प्रकार के होते हैं?

समय कारक के आधार पर प्रवास को तीन मुख्य भागों में बाँटा जाता हैं– 1. मौसमी प्रवास, 2. आकस्मिक प्रवास तथा 3. स्थायी प्रवास।

प्रवासिता क्या है?

व्यक्तियों के एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर बसने की क्रिया को प्रवास कहते हैं। इसके कई प्रकार हो सकते हैं। किसी दूसरे स्थान में आकर बसावट की प्रकृति के आधार पर इस प्रवास को (i) स्थाई अथवा (ii) अस्थाई कह सकते हैं। स्थाई प्रवास मेंं आए हुए व्यक्ति बसावट करने के बाद वापस अपने मूल स्थान नहीं जाते हैं।

See also  What is the meaning of urban/rural migration?

आंतरिक प्रवास के अंतर्गत कितनी धारा होती है?

SOLUTION. आंतरिक प्रवास के अंतर्गत चार धाराओं की पहचान की गई है: (क) ग्रामीण से ग्रामीण (ख) ग्रामीण से नगरीय (ग) नगरीय से नगरीय और (घ) नगरीय से ग्रामीण।

पलायन से आप क्या समझते हैं?

एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर रहना और अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने का प्रयास करना पलायन कहलाता है। लेकिन यह पलायन की प्रवृत्ति कई रूपों में देखी जा सकती है जैसे एक गांव से दूसरे गांव में, गांव से नगर, नगर से नगर और नगर से गांव। परन्तु भारत में “गांव से शहरों” की ओर पलायन की प्रवृत्ति कुछ ज्यादा है।

लोग पलायन क्यों करते हैं?

Explanation: मनुष्य स्थायी या अस्थायी रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान आवागमन करते है। अक्सर आवागमन लम्बी दूरी का ही होता है। वह अपने देश से दूसरे देश तक ही नही बल्कि आन्तरिक पलायन भी करते हैं क्योंकि ज़्यादातर लोग अपने देश मे रहना पसन्द करते हैं ।

प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?

विश्व में प्रवास को प्रभावित करने वाले दो कारक कौन – से है? दोनों कारकों की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए । प्रतिकर्ष कारक – बेरोज़गारी, रहन सहन की निम्न दशाएँ, राजनैतिक उपद्रव, प्रतिकूल जलवायु, प्राकृतिक विपदाएँ, महामारियाँ तथा सामाजिक आर्थिक स्थिति का अनुकूल न होना ।

प्रवास के प्रमुख कारक कौन कौन से हैं?

प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक/कारण

  • आर्थिक कारक
  • (ब) प्रतिकूल कारक
  • जनसंख्या का बढ़ता दबाव
  • यातायात तथा संदेशवाहन के विकसित साधन
  • प्राकृतिक एवं भौगोलिक कारक
  • सामाजिक कारक
  • धार्मिक कारक
  • राजनैतिक कारक
See also  What are some cultural reasons for migration?

1961 में भारत के अंदर प्रवास के कितने प्रकार बताए गए थे?

भारत की जनगणना में प्रवास की गणना दो आधारों पर की जाती है:

  • इसे आंतरिक प्रवास (देश के भीतर) तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रवास (देश के बाहर) में वर्गीकृत किया जाता है।
  • आंतरिक प्रवास के अंतर्गत चार धाराओं की पहचान की गई है: ग्रामीण से ग्रामीण ग्रामीण से नगरीय नगरीय से नगरीय नगरीय से ग्रामीण

नगरीकरण का क्या अर्थ है?

नगर क्षेत्रों का भौतिक विस्तार या उसके क्षेत्रफल, जनसंख्या आदि में बेतहाशा वृद्धि ‘नगरीकरण’ कहलाता है। यह एक वैश्विक परिवर्तन है। संयुक्त राष्ट्र संघ की परिभाषा के अनुसार- “ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का शहरों में जाकर रहना और काम करना भी ‘नगरीकरण’ है।”

एक क्षेत्र के अंदर और बाहर लोगों की आवाजाही को क्या कहा जाता है?

एक क्षेत्र के अंदर और बाहर लोगों की आवाजाही है. (अ) प्रवास

भारत में प्रवास को कौन से 4 धाराओं में विभक्त किया गया है?

भारत में अंतर्राष्ट्रीय प्रवास के दो स्तर हैं- (i) उत्प्रवास-भारत से बाह्य देशों की ओर प्रवास, (ii) आप्रवास-बाह्य देशों से भारत की ओर प्रवास।

प्रश्न 3 आंतरिक प्रवास से क्या अभिप्राय है उत्तर 3?

आंतरिक प्रवास से तात्पर्य किसी देश के अंदर एक राज्य से दूसरे राज्य अथवा एक शहर से दूसरे शहर अथवा किसी एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र को ओर किए जाने वाले प्रवास से है। प्रवास वह मानवीय क्रिया होती है, जिसमें लोग बेहतर जीवन और रोजगार की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर पलायन करते हैं।

अंतरराज्यीय प्रवास से आप क्या समझते हैं?

प्रवास को वर्गीकृत करने का एक अन्य तरीका है: (i) राज्यों के भीतर, और (ii) अंतरराज्यीय। 2011 में सभी आंतरिक प्रवास में राज्यों के भीतर प्रवास का हिस्सा 88% था (39.6 करोड़ व्यक्ति)। अंतरराज्यीय प्रवास के संबंध में कई भिन्नताएं हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार, देश में 5.4 करोड़ अंतरराज्यीय प्रवासी हैं।

See also  What is the best country to live in 2022?

पलायन से आप क्या समझते हैं भारत में पलायन के कौन कौन से कारण है?

बढ़ती जनसंख्या सबसे बड़ी समस्या है। भारत में कृषि क्षेत्रों की भूमि में कमी प्राकृतिक आपदाओं के कारण लोग रोजगार की तलाष में शहरों की ओर पलायन करते हैं। बुनियादी सुविधाओं का उचित मात्रा में उपलब्ध न होना। जाति व्यवस्था का दुरुपयोग होना, जैसे-खाप पंचायत आदि, कुरीतियाँ, इससे बचने के लिये लोग शहरों में पलायन करते है।

पलायन क्या है पलायन के कारण क्या हैं पलायन के सामाजिक आर्थिक प्रभाव क्या हैं 10 अंक 150 शब्द?

लोग पलायन क्यों करते हैं?

  • ग्रामीण इलाकों का कृषि आधार वहाँ रहने वाले सभी लोगों को रोज़गार प्रदान नहीं करता है। …
  • शैक्षणिक सुविधाओं की कमी के कारण भी ग्रामीण लोग शहरी क्षेत्रों की ओर पलायन करते हैं
  • राजनीतिक अस्थिरता और अंतर-जातीय संघर्ष के कारण भी लोग अपने घरों से दूर चले जाते हैं

मजदूरों का पलायन क्या है?

यानी अधिकारियों की विवशता, विभागों के बीच सामंजस्य की कमी तथा रोजगार साधनों की अनुपलब्धता की वजह से पलायन शुरू हो गया है। वैसे हर साल यहां से मजदूर पलायन करते हैं लेकिन इस बार संख्या ज्यादा हो सकती है। जिले में प्रतिवर्ष हो रहे पलायन को कम करने में प्रशासन असमर्थ है।

Add a Comment