ऑक्ट्रोई का मतलब क्या होता है in english

ऑक्ट्रोई का मतलब क्या होता है in english

चुंगी की परिभाषा 1: एक पूर्ण संप्रभु द्वारा दी गई रियायत या विशेषाधिकार और उसके अधिकार पर एक सीमा के रूप में कार्य करना । 2ए: विशेष रूप से कुछ यूरोपीय देशों में एक शहर या शहर में लाई गई वस्तुओं पर कर: एक नगरपालिका रीति-रिवाज।

चुंगी कर्तव्य का अर्थ क्या है?

चुंगी, एक स्थानीय राजनीतिक इकाई द्वारा लगाया जाने वाला कर, आम तौर पर कम्यून या नगरपालिका प्राधिकरण, कुछ श्रेणियों के सामानों पर जब वे क्षेत्र में प्रवेश करते हैं । कर पहली बार इटली में रोमन काल में स्थापित किया गया था, जब इसे वेक्टिगल, या पोर्टोरियम की उपाधि मिली थी।

16 नैतिक कर्तव्य क्या हैं स्पष्ट कीजिए?

नैतिक कर्तव्यों का मतलब उन कर्तव्यों से है जिनके पीछे कोई कानूनी शक्ति नहीं होती। सरल शब्दों में, ऐसे कर्तव्य, जिनकी उल्लंघना करने से राज्य के किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं होती और जिनकी पालना कराने के लिए कानून की शरण नहीं ली जा सकती, वह नैतिक कर्तव्य होते हैं।

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व्यक्ति का कर्तव्य क्या है?

किसी विशेष कार्य को करने या न करने के संबंध मे व्यक्ति के उत्तरदायित्वों को कर्तव्य कहा जा सकता है। अर्थात् समाज और राज्य द्वारा व्यक्ति से जिन कार्यों को करने की अपेक्षा की जाती है वे ही उसके कर्तव्य कहलाते है।

कर्तव्य को हिंदी में कैसे लिखते हैं?

‘कर्तव्य’ शब्द सही है। कर्तव्य मूलतः संस्कृत शब्द है, तत्सम है। कर्तव्य शब्द का निर्माण [ कृ + तव्यत् ] से हुआ है तथा हिंदी में इसका यही प्रयोग सही है।

कर्तव्य कितने प्रकार के होते हैं?

मौलिक कर्तव्य की संख्या 11 है, जो इस प्रकार है:

  • प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि वह संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र गान का आदर करें.
  • स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करनेवाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखे और उनका पालन करे.

कांट का निरपेक्ष आदेश क्या है?

कांट का मत है कि व्यावहारिक बुद्धि अथवा अंतःकरण पर अपने-आप लागू किए जाने वाले नैतिक नियम ही ‘निरपेक्ष आदेश’ हैं। इन नियमों का पालन बिना किसी फल की आशा के करना चाहिए। ये नियम स्वयं साध्य हैं, न कि किसी अन्य लक्ष्य के साधन। कांट के अनुसार, हमें नैतिक भावनाओं पर कभी नैतिकता को आधृत नहीं करना चाहिए।

कांट के अनुसार नैतिक नियम क्या है?

जिसको जर्मन दार्शनिक इमानुएल काण्ट ने प्रस्तुत किया था। यह सिद्धांत यूरोपीय ज्ञानोदय युग ( 18 वी सदी) के परिणाम स्वरुप विकसित हुआ था, यह इस दृष्टिकोण पर आधारित है कि आंतरिक रूप से एक शुभ संकल्प ही शुभ कार्य है;एक कार्य केवल तभी शुभ हो सकता है यदि उसके पीछ सिद्धांत हो- कि नैतिक नियमो का पालन एक कर्तव्य कि तरह किया जाये।

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11 मौलिक कर्तव्य कौन कौन से हैं?

वनों, झीलों, नदियों और वन्यजीवों सहित प्राकृतिक पर्यावरण को महत्व देना, उसकी रक्षा करना और उसमें सुधार करना और जीवित प्राणियों के प्रति दयाभाव रखना। वैज्ञानिक सोच, मानवतावाद और जांच और सुधार की भावना का विकास करना। सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करना और हिंसा से दूर रहना।

11 मौलिक कर्तव्य क्या हैं?

मौलिक कर्त्तव्य की संख्या 11 है, जो इस प्रकार है: प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि वह संविधान का पालन करे व उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र-ध्वज और राष्ट्र गान का आदर करे। 2. स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आन्दोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखे और उनका पालन करे ।

Iii मनुष्य का प्रकृ वत के प्रति क्या कर्तव्य है?

Answer: प्रकृति हमारी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करती है, उसका संरक्षण मानव का पुनीत कर्तव्य है प्रकृति ने मनुष्य को अनूठी प्रतिभा, क्षमता, सृजनशीलता, तर्कशक्ति देकर विवेकशील, चिंतनशील एवं बुद्धिमान प्राणी बनाया है। …

कर्तव्य में प्रत्यय कौन सा है?

कर्तव्य शब्द में प्रत्यय और मूल शब्द अतः ‘कर्तव्य’ में ‘तव्य’ प्रत्यय और ‘कृ’ मूल शब्द है।

कर्तव्य शब्द का उचित विशेषण शब्द कौन सा है?

उचित कर्म ; फ़र्ज़। कर्तव्य 1- विशेषण [संस्कृत] करने के योग । करणीय ।

मौलिक कर्तव्य कितने हैं और कौन कौन से हैं?

लेकिन बाद में भारतीय संविधान के 86 वें संशोधन अधिनियम 2002 द्वारा मूल या मौलिक कर्तव्य में यह जोड़ा गया कि 6 से 14 वर्ष के बालकों के माता-पिता और संरक्षकों का यह कर्तव्य होगा कि वह उन्हें शिक्षा का अवसर प्रदान करें इस तरह से भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य की संख्या अब 11 हो गया है।

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मूल कर्तव्य कहाँ से लिया गया है?

सरदार स्वर्ण सिंह समिति की अनुशंसा पर ही संविधान के 42वें संशोधन -1976 ई० के द्वारा मौलिक कर्तव्य को संविधान में जोड़ा गया। मौलिक कर्त्तव्यों को रूस के संविधान से लिया गया है।

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