एलीगेटर को हिंदी में क्या कहा जाता है?
एलीगेटर को हिंदी में क्या कहा जाता है?
पानी एवं स्थल पर रहने वाला छिपकली की तरह का एक विशालकाय जंतु ; मगरमच्छ ; ग्राह ; मगर 2.
एलीगेटर और क्रोकोडाइल में क्या फर्क होता है?
दोनों जंतु शीत रक्त के प्राणी हैं और दोनों ही मांसाहारी हैं। परन्तु दोनों में कुछ अंतर भी है। घड़ियाल जहाँ भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के मीठे पानी का जीव है वहीँ मगरमच्छ पूरी दुनियां में पाया जाने वाला मीठे तथा खारे दोनों जल में रहने वाला जंतु है। मगरमच्छ घड़ियाल की तुलना में ज्यादा लम्बे और खतरनाक होते हैं।
घड़ियाल कैसे होते हैं?
इसे फ़िश ईटिंग क्रोकोडाइल(मछली खानेवाला मगरमच्छ) भी कहते हैं यह मगरमच्छ जैसा सरीसृप होता है जिसके लंबे किंतु संकरे दाड़े होती हैं। यह एकदम विलुप्तप्राय प्रजाति है। घड़ियाल यह मगरमच्छों की जीवित प्रजातीयों में से सबसे लंबा 3.5 से 4.5 (11 से 15 फुट) तक होती है।
मगरमच्छ एक बार में कितने अंडे देते हैं?
इसकी मादा लगभग 50-70 अंडे देती है। मगरमच्छ 100 वर्ष तक जिंदा रहता है।
मगरमच्छ का जन्म कैसे होता है?
मार्च माह में शुरू होती है प्रजनन प्रक्रिया मगरमच्छ की प्रजनन प्रक्रिया मार्च में शुरू होती है। इसके बाद 15 अप्रैल से 15 मई तक एक मादा मगरमच्छ 25 से 30 अंडे देती है और उन्हें दो से ढाई फीट गहरे गड्ढे में दबा देती है। लगभग 70 दिनों तक वह अंडों की देखभाल करती है। इसके बाद अंडों से बच्चे निकलते हैं।
मगरमच्छ पानी में कैसे सांस लेता है?
मगरमच्छ पानी में सांस कैसे लेता है? – Quora. मगरमच्छ पानी में सांस कैसे लेता है? मगरमच्छ पानी के अंदर सांस नहीं ले सकता है। मगरमच्छ पानी के अंदर सांस रोके रखता है,मगरमच्छ की सांस रोकने की छमता 15 मिनट से 1–2 घंटे तक होती है।
घड़ियाल कहाँ पाया जाता है?
घड़ियाल भारत में मुख्य रूप से गंगा एवं इसकी सहायक नदियां जैसे सोन, चंबल नदी, कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य / जलाशय (गिरवा नदी पर), कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान और गंडक नदी आदि जगहों में पाए जाते हैं। ये भारत, नेपाल और बांग्लादेश में पाए जाते हैं।
मगरमच्छ का भोजन क्या होता है?
बड़े आकार के व्यस्क खारे पानी के मगरमच्छ अपनी रेंज में आने वाले किसी भी जानवर को खा सकते हैं, इसमें बन्दर, कंगारू, जंगली सूअर, डिंगो (एक प्रकार का कुत्ता), गोआना, पक्षी, घरेलू पशु, पालतू जानवर, मनुष्य, पानी की भैंस, गौर, चमगादड़ और यहां तक कि शार्क भी शामिल है।
घड़ियाल का IUCN स्टेटस क्या है?
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के घड़ियाल का वजूद खतरे में है। अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) की रेडलिस्ट तो कम से कम यही संकेत दे रही है। रामनगर, विनोद पपनै: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के घड़ियालों का वजूद खतरे में है। अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) की रेडलिस्ट तो कम से कम यही संकेत दे रही है।
दुनिया का सबसे बड़ा मगरमच्छ कौन सा है?
खारे पानी के सबसे बड़े मगरमच्छ कहे जाने वाले लोलोंग ने एक स्कूली बच्चे और एक मछुआरे का शिकार किया था. इसके बाद साल 2011 में इसे कैद कर लिया गया था. कैद में रहने के दौरान ही 2012 में इस मगरमच्छ के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हुआ क्योंकि तब यह दुनिया का सबसे बड़ा मगरमच्छ था जिसकी लंबाई करीब 21 फुट थी.
विश्व का सबसे बड़ा मगरमच्छ कौन सा है?
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज अब तक का सबसे बड़ा मगरमच्छ। नाम लोलौंग और लंबाई 20.25 फीट।
मगरमच्छ परियोजना की शुरुआत कब हुई?
मगरमच्छ संरक्षण परियोजना 1975 में विभिन्न राज्यों में शुरू की गई थी। घड़ियाल और खारे पानी के मगरमच्छ संरक्षण कार्यक्रम को पहली बार 1975 की शुरुआत में ओडिशा में लागू किया गया था और बाद में, मगरमच्छ संरक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया था।